The Fox and the Crow Story

The Fox and the Crow Story in Hindi and English

Once upon a time, in a lush forest, a cunning fox and a clever crow lived. One sunny day, the crow found a piece of delicious cheese and perched on a branch. The aroma of the cheese caught the fox's attention, and he decided to trick the crow.
एक बार की बात है, एक हरे-भरे जंगल में, एक चालाक लोमड़ी और एक चतुर कौआ रहते थे। एक धूप वाले दिन, कौवे को स्वादिष्ट पनीर का एक टुकड़ा मिला और वह एक शाखा पर बैठ गया। पनीर की सुगंध ने लोमड़ी का ध्यान आकर्षित किया और उसने कौवे को धोखा देने का फैसला किया।

The fox praised the crow's beautiful voice and requested a song. Flattered, the crow opened its beak to sing. As it did, the cheese fell from its beak, and the fox swiftly grabbed it and gobbled it up. The crow realized it had been fooled by the fox's flattery.
लोमड़ी ने कौवे की सुंदर आवाज़ की प्रशंसा की और एक गाना गाने का अनुरोध किया। खुश होकर कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली। जैसे ही ऐसा हुआ, पनीर उसकी चोंच से गिर गया और लोमड़ी ने तेजी से उसे पकड़ लिया और निगल लिया। कौवे को एहसास हुआ कि लोमड़ी की चापलूसी से उसे मूर्ख बनाया गया है।

Questions:

Q1. Who are the main characters in the story?
Q1. कहानी में मुख्य पात्र कौन हैं?

A1. The main characters in the story are the cunning fox and the clever crow.
A1. कहानी के मुख्य पात्र चालाक लोमड़ी और चतुर कौवा हैं।

Q2. What did the crow find one day?
Q2. एक दिन कौवे को क्या मिला?

A2. The crow found a piece of delicious cheese.
A2. कौवे को स्वादिष्ट पनीर का एक टुकड़ा मिला।

Q3. How did the fox approach the crow?
Q3. लोमड़ी कौवे के पास कैसे पहुंची?

A3. The fox approached the crow after being attracted by the aroma of the cheese.
A3. पनीर की सुगंध से आकर्षित होकर लोमड़ी कौवे के पास पहुंची।

Q4. Why did the crow open its beak?
Q4. कौवे ने अपनी चोंच क्यों खोली?

A4. The crow opened its beak to sing a song for the fox.
A4. कौवे ने लोमड़ी के लिए गाना गाने के लिए अपनी चोंच खोली।

Q5. What happened to the cheese?
Q5. पनीर का क्या हुआ?

A5. The cheese fell from the crow's beak as it sang, and the fox grabbed and ate it.
A5. गाते-गाते कौवे की चोंच से पनीर गिर गया और लोमड़ी ने उसे पकड़कर खा लिया।

Q6. What did the fox want from the crow?
Q6. लोमड़ी कौवे से क्या चाहती थी?

A6. The fox wanted the piece of cheese that the crow was holding in its beak.
A6. लोमड़ी पनीर का वह टुकड़ा चाहती थी जो कौवा अपनी चोंच में पकड़े हुए था।

Q7. How did the crow react when the fox praised its voice?
Q7. जब लोमड़ी ने कौवे की आवाज़ की प्रशंसा की तो उसकी क्या प्रतिक्रिया थी?

A7. The crow became flattered and excited by the fox's praise. It opened its mouth to caw, which caused the cheese to fall from its beak.
A7. लोमड़ी की प्रशंसा से कौवा खुश और उत्साहित हो गया। उसने काँव-काँव करने के लिए अपना मुँह खोला, जिससे उसकी चोंच से पनीर गिर गया।

Q8. What did the crow lose because of its actions?
Q8. कौए ने अपने कृत्य से क्या खोया?

A8. The crow lost the piece of cheese it was holding in its beak when it opened its mouth to caw in response to the fox's praise.
A8. जब कौवे ने लोमड़ी की प्रशंसा के जवाब में काँव-काँव करने के लिए अपना मुँह खोला तो उसकी चोंच में पकड़ा हुआ पनीर का टुकड़ा खो गया।

Q9. Why did the crow realize it had been fooled?
Q9. कौवे को क्यों एहसास हुआ कि उसे मूर्ख बनाया गया है?

A9. The crow realized it had been fooled when it saw the fox running away with the cheese. It realized that the fox's praise was merely a trick to make it drop the cheese.
A9. जब कौए ने लोमड़ी को पनीर लेकर भागते देखा तो उसे एहसास हुआ कि उसे मूर्ख बनाया गया है। उसे एहसास हुआ कि लोमड़ी की प्रशंसा केवल पनीर गिराने की एक चाल थी।

Q10. What lesson can we learn from this story?
Q10. इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?

A10. The story teaches us the lesson that flattery and empty praise can lead to poor decisions. It's important to be cautious and not let our judgment be clouded by the sweet words of others. Additionally, the story warns against being too trusting and naive, as others might take advantage of our vulnerabilities.
A10. कहानी हमें यह सीख देती है कि चापलूसी और खोखली प्रशंसा गलत निर्णयों का कारण बन सकती है। सतर्क रहना महत्वपूर्ण है और दूसरों के मीठे शब्दों से अपने निर्णय को धूमिल न होने दें। इसके अतिरिक्त, कहानी बहुत अधिक भरोसेमंद और भोला होने के खिलाफ चेतावनी देती है, क्योंकि अन्य लोग हमारी कमजोरियों का फायदा उठा सकते हैं।